इस डायरी के पन्ने में लिखी हुई एक एक बात सत्य है इस बात को जब हम गौर से समझते हैं तो हम जानते हैं कि
इसका मेन उद्देश्य हमारी अंतर क्रियाओं में परिवर्तन करना है जब हम अपने किसी समस्या से जूझ रहे होते हैं तब मन पर नियंत्रण पाने हेतु हमे यह वाक्यांश अवश्य पढ़ना चाहिए इससे हमारे मन को संतुष्टि एवं ज्ञान तत्व की प्राप्ति होती है
ज्ञान के बगैर सब कुछ सुना और अधूरा है बिना विवेक के इस्तेमाल के आप अपने जीवन को एक क्षण भी आनंद के साथ नहीं जी सकते हैं इसलिए हम हैं कोई भी कार्य करने की जरूरत है तो सबसे पहले हमें यही कार्य करना चाहिए कि हम हैं पूर्ण रूप से सक्षम सभ्य एवं शालीनता रखनी चाहिए

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