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Showing posts from July, 2021

Filmy song.....aarti

 Ek Khwab hai Ek Raj hai Zindgi Tubhi meri tarah ,Azad hai...

Aarti ke krishna bhajan

 Krishna. Bhajan lyrics...... 1) Jamane ke h hajaro rung...2 Kahi in rungo me kho Jana na tum..... Jmane ke h hajaro rung....2 Hajaro rung se tatpary h man ke bhaw jo har byakti me alag alag hote h Kisi me prem kisi me ghmnd isrshya dvesh ghrada aur kisi me krodh yahi rung h aur  jab in rungo me uljh hate h to byakti fas jata h...khud ko kho deta h.... Jamane ke h...hajaro rung... In rungo me na uljh jana tum.... Meera ke Prabhu girdhar nagar 2 Prem ki preet pdhaye ghar ghar Mahlon ki rani bni h fkiran Jinki bhkti me Shkti apapr.... Jmane ke h hjaro rung....2 in rungo me na uljh jana tum..... Hanumat ke h Swami ram...2  seva  kre huye das hnuman Chardo me shis jhukaye khade Aur kre har pal unhe paradam Jmane ke h hajaro rung ......2 In rungo me na uljh jana tu.....2 Radha ke premi Girdhar Gopal...2 Jape bo mala baram..sss bar Preet bdha ke prem sikhaya ... Udhab bhi jinko smjha na paya... Duniya ke h hajaro rung..... 2 In rungo me na ulajh jan...

मेरा इकरार नामा पति के साथ.......

  में आरती सनोडिया, पिता खुर्सीराम सनोडिया, का विवाह रविशंकर उर्फ सोनी सनोडिया, पिता जगन्नाथ सनोडिया से ग्राम- पिपरिया पंचायत- , तहसील-, जिला- , मई 2010 मैं हुआ था। मेरी शादी को लगभग11 साल हो चुके हैं। शादी के कुछ दिन बाद ही मुझे यह पता चला कि यह एक नंबर के शराबी हैं। फिर भी मैं उनके साथ जीवन निर्वाह करने को तैयार हो गई। मैंने उनके साथ बड़ी कठिनाई से गांव पिपरिया में 1 साल बिताए, मेने गांव में बच्चो को कोचिंग क्लास देने लगी तो उन्होंने दारू पी कर लड़ाई की उन्होंने बहुत  प्रकार की पाबंदी मुझ पर लगाई बहुत से प्रकार के इल्जाम लगाए और मुझ पर शक भी किया और मुझपे कभी-कभी लड़ाई झगड़े में हाथ भी उठाए,फिर भी मैंने सोचा छोटी-छोटी बातों का बतंगड़ न बनाकर मैंने अपने जीवन को उनके साथ बिताने की पूरी कोशिशें की, फिर में उनके साथ नागपुर में रहने चली गई वहां हम रूम से रहे। और इस तरह गांव में 1 साल और नागपुर में 4 साल कुल शादी के 5 साल हम साथ रहे।इन 5 सालो में हमारे कोई बच्चे नही हुए, और इन्होने लडाई-झगडे में कई बार मुझे बांझ भी बोला जिससे में बहुत दुखी होती रही, फिर हमने किस्त में प्लाट भरा थ...

AARTI sanodiya bhajan krishna

  लिरिक्स भक्ति..... 1)कभी गोबिंद की सूरत, बसा कर मन में रखती हूं।...2 चुराए न कोईss इसको, छुपा कर मन में रखती हूं।।।।...2 छुपा कर मन में रखती हूं...... मन ही मंदिर है मन ही देवता मन ही मेरी पूजा...2. एक सिवा मेरे देख सके ना उनकी सूरत दूजा.... लालच कर पाप कमाया पुण्य का धन क्यों खोए... हरी की सूरत मन में बसा ली है देख सके ना कोई.... की बोलो बोलो हरे राम हरे राम की बोलो बोलो हरे कृष्णा हरे कृष्णा की बोलो बोलो हरे राम हरे कृष्णा चंचल मन मेरा है बडा आतुर गलती करे ss कहलाता है चतुर मगर पाप कमाई से किसका  पूरा होय अंधे कुएं में नित दिन तू क्यों डुबकी लगाऐ और रोए.... हरी की मूरत दिल में बसा ली....देख न पाए कोई... की बोलो बोलो हरे राम हरे राम की बोलो बोलो हरे कृष्णा हरे कृष्णा की बोलो बोलो हरे राम हरे कृष्णा मेरा मन कहता है हर पल ईश्वर मन में रहता है हर पल झूठ फरेब की दुनिया क्यों है क्यों हे अंधेरा पल पल भ्रम से निकलकर सच को देखो, सच से बड़ा ना कोई।....हरी की मूरत मन में बसा ली देख सके ना कोई ....2. 2) हे रे मनवा,मोरे मन बा....2 तू जाए किस ओर...