आरती सनोडिया स्क्रिप्ट
स्क्रिप्ट 1)खुल्ला गोदाम ......करोड़ो की गेहूं का गल्ला गोदामों में जगह नही होने की वजह से भिगने की लिए यू ही खुले आसमा के नीचे रख दिया गया। बहुत बड़ी_बड़ी पाले फट्टिया और बहुत कुछ ढाका गया मगर बारिश ने ओलो ने उन गेहूं के खुले गोदामों को भिगो कर बहुत नुकसान कर दिया। और अभी बोरो से गेहूं गिरती है। और गिरती,सड़ती ही और अभी बस यू ही चल रहा है सब और अभी आनाज ही फिर गेहूं का हल ऐसा हो गया था की अब तक उनमें कोई समाधान नहीं निकल पाते ऐसा दाना सड़ रहा था घुन रहा था उस खुले छत के नीचे लाखो करोड़ो से खरीदी गई गेहूं की किसानों को दाम मिल गया है। मगर अब सरकार उन अनाजों को हिफाजत से नहीं रख पा रही है और अभी चूहे अनाजों को खाते और इंसान वहा से चोरी नहीं कर सकते है क्योंकि चारो तरफ से करेंट के तार फेले हुए है इस तरह का हाल देख कर मन को दुख होता है कि इतना नुकसान हो जाता है रखी_रखी गेहूं खराब हो रही है और कोई भी उपाय नही कर पाते है समय पर हम।।।। 2)सेक्स रैकेट Ak bade ghar ki betiya rahti h ye bhut minded hoti h magr inko hmesa se dhan smpda me rahne ka sok tha aur ye jab kuchh nhi kr payi to inke ...